विज्ञान और गणित सर्कल कक्षा 6 से 12 के विद्यार्थियों के लिए एक प्रभावशाली मंच है, जहाँ वे छोटे-छोटे समूहों या मंडलों में संगठित होकर अपने वैज्ञानिक ज्ञान और कौशल को प्रकट कर सकते हैं। यह सर्कल छात्रों को विज्ञान की रोचक गतिविधियों में भाग लेने, गणित की जटिल समस्याओं को सरलतम रूप में समझने, और अपनी संख्यात्मक योग्यता को विकसित करने का अवसर प्रदान करता है।
पाठ्यक्रम की सीमाओं से बाहर, यह मंच विद्यार्थियों को नए विचारों और अनुभवों को साझा करने का मौका देता है, जिससे उनमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण, विषयों के प्रति रुचि, और गहरी समझ का विकास होता है। इस सर्कल में सहभागिता करने वाले विद्यार्थी एक-दूसरे से सीखते हैं और एक-दूसरे का सहयोग करते हैं।
इस सर्कल का मुख्य उद्देश्य सक्रिय भागीदारी के माध्यम से छात्रों के सीखने के परिणामों में सुधार करना है, जिससे वे अपने शैक्षिक और व्यक्तिगत कौशल को बेहतर बना सकें।
विज्ञान एवं गणित सर्कल का गठन
- चयनित विद्यालयों में गठन
विज्ञान एवं गणित सर्कल का गठन पीएमसी के प्रथम और द्वितीय चरण में चयनित विद्यालयों में किया जाएगा। - सदस्यता
इस सर्कल के सदस्य विद्यालय के कक्षा 6 से 12 तक के अध्ययनरत विद्यार्थी होंगे। - समूह आकार
प्रत्येक विज्ञान एवं गणित सर्कल में 25 या उससे अधिक विद्यार्थी सम्मिलित होंगे।
पीएम श्री प्रथम चरण: विज्ञान एवं गणित सर्कल का गठन
- उच्च प्राथमिक विद्यालयों में गठन
47 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों के लिए अधिकतम दो गणित सर्कल और दो विज्ञान सर्कल का गठन किया जाएगा। - कला एवं वाणिज्य संकाय के विद्यालयों में गठन
कला और वाणिज्य संकाय से जुड़े 158 विद्यालयों में, कक्षा 6 से 10 तक के विद्यार्थियों के लिए अधिकतम तीन गणित सर्कल और तीन विज्ञान सर्कल का गठन किया जाएगा। - विज्ञान संकाय के विद्यालयों में गठन
विज्ञान संकाय के 188 विद्यालयों में गणित और विज्ञान सर्कल का गठन निम्नलिखित दिशा-निर्देशों के अनुसार किया जाएगा।
विद्यालय में सर्कल हेतु आयोजित गतिविधियां
विज्ञान एवं गणित सर्कल के अंतर्गत विद्यार्थियों के लिए निम्नलिखित गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा:
- सर्कल की स्थापना एवं बैनर निर्माण
सर्कल के प्रथम वर्ष में विज्ञान सर्कल का बैनर बनवाया जाएगा, जिसका डिज़ाइन राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद द्वारा प्रदान किया जाएगा। - साइंस लैब में सॉफ्ट बोर्ड
विद्यालय की विज्ञान प्रयोगशाला में एक सॉफ्ट बोर्ड लगाया जाएगा, जिस पर विद्यार्थी विज्ञान से संबंधित नवीनतम समाचार और जानकारी प्रदर्शित करेंगे। यह बोर्ड कम से कम 4×3 फीट का होगा। यदि पूर्व में नहीं खरीदा गया है, तो इसे नई खरीद में शामिल किया जाएगा। - माह के अंतिम शनिवार की गतिविधियां
- व्याख्यान, वाद-विवाद, संगोष्ठी, और सेमिनार का आयोजन।
- कक्षा 6-8, 9-10, और 11-12 वर्ग के आधार पर छात्रों की उपलब्धियों का आकलन।
- माह की औसत उपलब्धि के अनुसार प्रथम, द्वितीय, और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को विद्यालय स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा।
- विज्ञान एवं गणित किट का प्रदर्शन
मेंटर शिक्षक द्वारा सभी छात्रों के सामने विज्ञान और गणित किट के उपकरणों का प्रदर्शन किया जाएगा। - डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जयंती (15 अक्टूबर)
- इस दिन यदि विद्यालय में अवकाश हो, तो आयोजन अगले कार्य दिवस पर किया जाएगा।
- प्रत्येक कक्षा स्तर पर कम से कम तीन मॉडल और चार चार्ट विज्ञान और गणित विषय के अध्यापकों की सहायता से तैयार करवाए जाएंगे।
- लिखित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता
- गणित और विज्ञान विषयों पर प्रश्नोत्तरी आयोजित की जाएगी।
- यह प्रतियोगिता तीन चरणों में, प्रत्येक दो महीने के अंतराल पर आयोजित होगी।
- प्रत्येक चरण में गणित और विज्ञान से चार-चार विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा।
- अंतिम चरण में चयनित 12 गणित और 12 विज्ञान के विद्यार्थियों के बीच क्विज प्रतियोगिता आयोजित होगी, और विजेता टीम को पुरस्कृत किया जाएगा।
- गतिविधि-आधारित अधिगम
प्रयोगशाला में गतिविधि-आधारित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जैसे:- सरल लोलक से आवृत्ति की परिभाषा स्पष्ट करना।
- ग्राफ पर आवृत्ति रखकर क्षेत्रफल निकालना।
- फूल का चित्र बनाकर नामांकन करना।
- उपकरणों की पहचान करवाना।
- लेजर लाइट का उपयोग करके प्रकाश आधारित प्रयोग करना।
- पर्यावरण जागरूकता रैली
- विद्यालय के परिसर या गांव में पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण, सिंगल-यूज़ प्लास्टिक के उपयोग को रोकने, और स्वच्छता के महत्व को बढ़ावा देने वाले नारों के साथ रैली निकाली जाएगी।
- यह रैली अगस्त माह तक आयोजित की जाएगी।
- रामानुजन जयंती (22 दिसंबर)
- गणित से संबंधित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
- लैब और उपकरणों का लाभ समझाना
मेंटर शिक्षक द्वारा लैब के उपयोग और विद्यार्थियों को इससे होने वाले लाभों के बारे में जानकारी दी जाएगी। - परियोजनाओं और विज्ञान मेले की तैयारी
- विज्ञान से संबंधित परियोजनाओं का संचालन।
- सर्कल के विद्यार्थियों को जिला स्तरीय विज्ञान मेले में भाग लेने के लिए तैयार करना।
- विद्यालय के आसपास गणित, विज्ञान, और प्रौद्योगिकी से संबंधित किसी ज्ञानवर्धक स्थल का भ्रमण।