एक स्कूल में लंच टाइम था। कुछ बच्चे जल्दी-जल्दी खाने के बाद रोटियाँ फेंकने लगे। यह देखकर उनकी क्लास टीचर ने उन्हें रोका और बोलीं —
“बच्चों, क्या तुम जानते हो कि ये एक रोटी खेत में उगाने के लिए एक किसान को कितनी मेहनत करनी पड़ती है?”
बच्चे चुप थे।
टीचर उन्हें पास के गाँव में एक किसान के खेत में ले गईं। वहाँ उन्होंने बच्चों को मिट्टी जोतते, बीज बोते और धूप में पसीना बहाते किसान को दिखाया।
वापस लौटते समय, एक बच्चा बोला —
“मैम, अब मैं कभी खाना बर्बाद नहीं करूंगा।“
टीचर मुस्कुरा दीं और बोलीं —
“भोजन का अपमान सिर्फ अन्न का नहीं, बल्कि उस मेहनत का अपमान है जो इसे हमारे थाली तक लाती है।”
🌾 सीख:
“भोजन को बर्बाद करना, किसान की मेहनत को ठुकराना है।
भोजन का सम्मान करना, प्रकृति और परिश्रम का आदर करना है।”